स्वामी विवेकानंद जी को किसी भी परिचय की जरुरत नहीं है। रामकृष्ण परमहंस के परम शिष्य नरेंद्र जी ही स्वामी विवेकानंद जी हैं। जब नरेंद्र जी रामकृष्ण परमहंस जी से मिलने पहली बार पहुचे तभी उन्होंने जान लिया था कि जिस शिष्य का वो इंतज़ार कर रहे थे वो वही हैं। परमहंस जी के सानिध्य में उनका आत्म साक्षात्कार हुआ और वो सभी शिष्यों में सबसे मुख्य बन गए और सन्यास जीवन अपनाने के बाद वो स्वामी विवेकानंद जी के नाम से जाने जाने लगे। आज जब भी कोई जीवन की मुश्किलों से हताश हो जाता है, यह स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi) उसे जीवन में साहस और प्रेरणा देने के लिए काफी है।
उनको सिर्फ भारतीय ही नही बल्कि पूरी दुनिया पूजती है। एक बार अमेरिका में विश्व हिन्दू परिषद् की बैठक थी और वहां भारत की ओर से स्वामी जी गाए। उस समय अमेरिका में भारतीयों को हीन दृष्टि से देखा जाता था। एक अमेरिकन की मदद से स्वामी को सबसे रूबरू होने का मौका मिला। जब स्वामी जी बोलने लगे तो सभी उनके विचारो से बहुत प्रभावित हुए। इसके बाद भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में उनके अनुयायी बढ़ते गए। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi) से आज भी लोग प्रेरित होते हैं।
विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। वह शायद अपने भाषण के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं, जो “अमेरिका की बहनों और भाइयों …” शब्दों से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में हिंदू धर्म का परिचय दिया था।
स्वामी विवेकानन्द के 9 अनमोल वचन (9 Swami Vivekananda Quotes in Hindi)
स्वामी विवेकानंद विचारधारा क्या थी?
प्रत्येक आत्मा संभावित रूप से दिव्य है। प्रकृति, बाहरी और आंतरिक को नियंत्रित करके इस दिव्यता को भीतर प्रकट करना लक्ष्य है। इसे या तो काम, या पूजा, या मानसिक अनुशासन, या दर्शन-एक, या अधिक, या इन सभी के द्वारा करें और मुक्त हो जाएं। यह संपूर्ण धर्म है। सिद्धांत, या हठधर्मिता, या अनुष्ठान, या किताबें, या मंदिर, या रूप, लेकिन गौण विवरण हैं।
अनगिनत विचारो में से यह स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (9 Swami Vivekananda quotes in hindi) हमने आपके लिए खोजे है जो आपको आपके बुरे समय में हमेशा प्रेरणा और जोश से भर देंगे। आइये जानते है इन को विस्तार में:
1) पहला वचन
अपना जीवन एक लक्ष्य पर निर्धारित करो।
अपने पूरे शरीर को उस एक लक्ष्य से भर दो।
और हर दूसरे विचार को अपनी ज़िन्दगी से निकाल दो।
यही सफलता की कुंजी है।
Swami Vivekananda quotes in hindi में पहले वचन का अगर हम अर्थ समझना चाहे तो वो हमसे ये कहना चाहते हैं कि हमें अपना पूरा जीवन एक लक्ष्य को पाने के लिए लगा देना चाहिए। हमें उस लक्ष्य को पाने के लिए अपना पूरा शरीर, और ताकत झोक देनी चाहिए। इतना ही जब हम अपने लक्ष्य की और बढ़ रहे हो तब मन में और दिमाग में आने वाले हर दूसरे विचार को अपने दिल से और अपनी ज़िन्दगी से पूरी तरह बाहर निकाल दो।
एक इंसान को अपने लक्ष्य पर इस प्रकार केंद्रित रहना चाहिए जिस प्रकार अर्जुन को तीर चलाते समय सिर्फ मछली की आंख दिखाई देती थी। बाकी वातावरण में मौजूद सभी चीज़ें मनुष्य के लिए अप्रासंगिक हो जानी चाहिए। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन का यह पहला वचन जीवन में सफलता पाने का राम बाण तरीका है।
2) दूसरा वचन
किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए।
आप सुनिश्चित हो सकते है कि आप गलत मार्ग पर चल रहे है।
Swami Vivekananda quotes in hindi में दूसरे वचन के जरिए वो कहना चाहते हैं कि व्यक्ति जब अपनी मंजिल पाने में लगा होता है लेकिन उस मंजिल को पाने के रास्ते में उसे कोई कठिनाई न आए, या कोई परेशानी न आए, तो उसे समझ जाना चाहिए हम जिस राह पर है या मंजिल पाने के लिए जो रास्ता अपना रहे हैं वो सही नही है, वो सरासर गलत है।
बाधाएं और बुरा समय हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मनुष्य अगर प्रगति के मार्ग पर चल रहा है तो वो आसान नहीं होगा, अन्यथा वो सफलता कोई भी प्राप्त कर चूका होता। विकास असुविधाजनक होता है और अगर कुछ नया नहीं करा, तो कुछ हासिल नहीं करा। स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन का यह दूसरा वचन इंसान के मन को सफलता के रास्ते के लिए तैयार करता है।
3) तीसरा वचन
ज़िन्दगी का रास्ता बना बनाया नही मिलता है, स्वयं को बनाना पड़ता है।
जिसने जैसा मार्ग बनाया, उसे वैसी ही मंजिल मिलती है।
Swami Vivekananda quotes in hindi में तीसरे वचन के जरिए हमें ये सिखा रहे हैं कि इन्सान को अपनी मंजिल तक पहुंचने का रास्ता खुद बनाना होता है। किसी को भी बना बनाया रास्ता नही मिलता। जो भी जैसा रास्ता बनाएगा वो वैसी ही मंजिल पाएगा।
बहुत ही प्रचलित मुहावरा है की जो जैसा बोएगा, वो वैसा फल पाएगा। ज़िन्दगी में मनुष्य को सामर्थ्य बनना चाहिए और इसी सामर्थ्य से इंसान को अपनी मंजिल का रास्ता तय करना चाहिए। अगर किसी के सहयोग से आपको आपका लक्ष्य प्राप्त भी हो जाता है तो आपको उसकी कीमत नहीं महसूस होगी और आप सदा अपने पर संदेह करेंगे।
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4) चौथा वचन
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं।
वो हम है जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।
Swami Vivekananda quotes in hindi के चौथे विचार के अनुसार सभी मैं कुछ न कुछ गुण होते हैं, किसी ने किसी चीज में वो कुशल होते हैं लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नही होता है और उसका इस्तेमाल सफलता पाने के लिए नही करते और हमेशा रोते रहते हैं कि हमें तो कुछ नही आता।
उनके अनुसार शिक्षा का भी यही उद्देश्य है – “शिक्षा स्वयं के भीतर पूर्णता की अभिव्यक्ति है”। और मनुष्य का मन ही उसकी मर्यादा तय करती है। जो व्यक्ति अपने अंदर छुपी इस शक्ति को खोज लेता है और उसे सही दिशा में प्रयोग करता है, उसे सफलता निश्चित हासिल होती है।
स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन का यह चौथा वचन मनुष्य को अपनी शक्ति का अहसास दिलाने की कोशिश है।
5) पांचवा वचन
उठो जागो और तब तक नही रुको,
जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए।
Swami Vivekananda quotes in hindi के इस पांचवे विचार से विवेकानंद जी सभी को जागरूक होने के लिए कह रहे हैं। वो कह रहे हैं कि सोये मत रहा, उठो, जागो और तब तक पूरी मेहनत करते रहो जब तक तुम्हें सफलता न मिल जाए।
आज के युग की सबसे बड़ी दिक्कत यह है की मनुष्य को सफलता तुरंत चाहिए और जब ऐसा नहीं होता तो उसे पीड़ा होती है और वो अपने लक्ष्य को छोड़ कर इधर उधर भटकने लगता है। सफलता एक निरंतर प्रयास का दूसरा नाम है और जो मनुष्य यह समझ लेता है उसी जीवन में काम कठिनाइयां मिलती है।
स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन का यह पांचवा उद्धरण मनुष्य को दृढ़ता सिखाता है।
6) छठा वचन
बस वही जीते हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं।
Swami Vivekananda quotes in hindi के इस छठे उद्धरण से स्वामी जी हमें सिखा रहा है कि व्यक्ति को सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए ही काम नही करना चाहिए, कभी कभी मानव जाति के कल्याण के लिए भी काम करना चाहिए। वो कहते हैं जो दूसरों की मदद करते हैं और उनका भला करने के लिए काम करते हैं असली जीवन वो जी रहे हैं लेकिन जो सिर्फ अपना स्वार्थ देखते हैं और कभी भी किसी की मदद नही करते उनका जीवन व्यर्थ है।
स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन का यह छटा उद्धरण मनुष्य को सच्चे धर्म और मानवता का पाठ सिखाता है।
7) सातवां वचन
एक समय में एक काम करो,
और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो
और बाकि सब कुछ भूल जाओ।
Swami Vivekananda quotes in hindi के इस सातवें शैक्षिक विचार के जरिए स्वामी से कह रहे हैं कि व्यक्ति को एक समय में एक ही काम पर ध्यान देना चाहिए और अपना पूरा ध्यान उसी एक काम पर लगाए ताकि अपनी पूरी ताकत और मेहनत एक ही मंजिल की ओर हो।
आज का युग बहु कार्यण को एक ताकत की तरह देखता है परन्तु ये लाभ से ज्यादा हानि पहुँचता है। अगर मन और बुद्धि एक कार्य पर एकाग्रता से नहीं रहता तो उस कार्य के सफल होने की बहुत कम उम्मीद है।
8) आठवां वचन
जितना बढ़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही बढ़ी होगी।
स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन में इस आठवें विचार से स्वामी जी ने लोगों को यह सिखाने का प्रयास किया है कि यदि व्यक्ति को मंजिल पाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है तो यह संघर्ष उन्हें उच्चाईयों की और ले जाएगा।
सफलता का भी अपना एक स्तर होता है और मनुष्य स्वं यह निर्धारित करता है की वह कितना मुश्किल और बड़ा लक्ष्य हासिल कर सकता है। कुछ सफलताओं के लिए कई गुना ज्यादा संघर्ष चाहिए और यही संघर्ष इंसान को बाकी इंसानों से अलग करता है।
9) नौवां वचन
दिन में आप एक बार स्वयं से बात करे,
अन्यथा आप एक बेहतरीन इंसान से मिलने का मौका चूक जाएंगे।
Swami Vivekananda quotes in hindi का नौवां विचार यह बताता है कि व्यक्ति को पूरे दिन में एक बार अपने आप से बात करने के लिए निकलना चाहिए। जो व्यक्ति चिंता न करके चिन्तन करता है वो एक बेहतर इंसान बनता है क्यूंकि शांति से अपने आप को टटोलने से और अपने आप से बात करने से हमें अपने उन गुणों के बारे में पता चलता है जो हमें मंजिल तक पहुचने में मदद करता है।
स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन का यह नौवां उद्धरण मनुष्य को आत्मनिरीक्षण का महत्व सिखलाता है।
आशा है की आपको स्वामी विवेकानंद के 9 अनमोल वचन (Swami Vivekananda quotes in hindi ) पसंद आये होंगे और आप इन वचनों का जीवन में अमल करेंगे।
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