हिन्दू धर्म में हर भगवान की पूजा और आराधना बहुत श्रद्धा और भक्ति भाव से की जाती है। सभी देवी देवताओं में हनुमान जी की खास जगह है। मान्यता ऐसी भी है कि यदि कोई व्यक्ति हनुमान जी की पूजा करता है, तो बजरंग बलि बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सारे कष्ट और पीड़ा दूर कर देते हैं। इसीलिए अपने सारे दुखों का निवारण करने के लिए भक्तजन हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। हर दिन हनुमान चालीसा पाठ करने के लिए Hanuman Chalisa in Hindi PDF डाउनलोड करे।
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Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi (हनुमान चालीसा लिरिक्स)
हनुमान चालीसा के कवि तुलसीदास थे, और यह अवधी भाषा में लिखी गयी थी। हनुमान चालीसा पाठ के पहले 10 चौपाई उनके शक्ति और ज्ञान का बखान करते हैं। अगली 10 चौपाई में भगवान राम के बारे में कहा गया है। और उसके पश्चात की चौपाई में तुलसीदास ने हनुमान जी की कृपा के बारे में कहा है।
हनुमान चालीसा पाठ in Hindi: अब आप पढ़ेंगे हनुमान चालीसा का पाठ और जानेंगे हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे।
दोहा:
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई:
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर।
रामदूत अतुलित बल धामा, अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी।
कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, कांधे मूंज जनेऊ साजै।
संकर सुवन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बन्दन।।
विद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रूप धरि लंक जरावा।
भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये, श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते, कबि कोबिद कहि सके कहां ते।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना, लंकेस्वर भए सब जग जाना।
जुग सहस्र जोजन पर भानू, लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं, जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै, तीनों लोक हांक तें कांपै।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै, महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।
संकट तें हनुमान छुड़ावै, मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा, तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै, सोइ अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा।
साधु-संत के तुम रखवारे, असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता।
राम रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै, जनम-जनम के दुख बिसरावै।
अन्तकाल रघुबर पुर जाई, जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई, हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।
संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं, कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।
जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा, होय सिद्धि साखी गौरीसा।
तुलसीदास सदा हरि चेरा, कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
दोहा:
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download
जैसा की आपने अभी इस article में देखा, हनुमान चालीसा के पाठ में कोई भी मंत्र नहीं हैं, बल्कि सिर्फ हनुमान जी की प्रशंसा में चौपाई लिखी हुई हैं। ऐसा कहा जाता है कि यदि आप यह चालीसा रोज़ाना पढ़ लेते हैं, केवल उस से भी आपको बहुत सी समस्याओं का समाधान मिल जायेगा। हनुमान चालीसा लिरिक्स के साथ Hanuman Chalisa in Hindi PDF डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
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Hanuman Chalisa Benefits
जो भक्तजन हनुमान चालीसा का पाठ नियमित रूप से करते हैं, उन्हें नयी ऊर्जा का एहसास होता है, साथ ही साथ बजरंग बलि उनके जीवन के सारे दुःख हर लेते हैं। यदि आपको कभी संकट में डर लगता है, तो आप सच्चे मन से हनुमान जी का स्मरण करेंगे, तो आपको निडरता की अनुभूति होगी।
इसके अलावा, शास्त्रों में ये भी लिखा गया है की अगर आप अपने किसी रोग का निदान चाहते हैं, तो वह भी हनुमान चालीसा की चौपाई पढ़के हो सकता है। अतः हम आपको यह सलाह देंगे की आप प्रतिदिन हनुमान चालीसा पाठ पढ़ें ताकि बजरंग बलि हम सब पर अपनी कृपा बनाये रखें।
जय श्री राम।।
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