हिन्दू धर्म में किसी भी काम को करने से पहले गणेश जी की पूजा (Ganesh Aarti Lyrics) अवश्य होती है। गणेश जी सभी भगवानो में पूजनीय हैं। और मान्यताओं के अनुसार, उनकी पूजा करने से मनुष्य की सभी कष्ट और पीड़ा दूर हो जाते हैं, इसीलिए उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।
आज इस लेख के द्वारा हम आपके सामने सम्पूर्ण गणेश आरती के हिंदी लिरिक्स (Ganesh Aarti Lyrics in Hindi) प्रस्तुत करने जा रहे हैं, उम्मीद है कि आपको इस से फायदा होगा, और आपके लिए गणेश जी की आराधना करना आसान होगा।
Ganesh Aarti Lyrics in Hindi (गणेश आरती हिंदी में)
ऐसा माना जाता है कि यदि आपको अपने किसी भी काम में कोई बाधा नहीं चाहिए, तो आपको गणेश जी की पूजा आराधना पूरे सच्चे मन से करनी चाहिए। तो इस से पहले कि आप गणेश चालीसा को हिंदी में पढ़ें, हम चाहते हैं कि आप इस वीडियो के माध्यम से पूरी आरती (Ganesh Ji ki Aarti in Hindi) एक बार सुन लें।
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चलिए, अब पूरी गणेश आरती के सुनने के बाद, उसके लिरिक्स को पढ़ते हैं। गणेश आरती के हिंदी लिरिक्स निम्नलिखित है।
॥ आरती ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
Ganesh Aarti PDF (गणेश आरती PDF)
हम आपके लिए इस पूरी गणेश आरती की PDF (Ganesh Ji ki Aarti PDF) भी प्रस्तुत कर रहे हैं। इसकी मदद से आप रोज़ गणेश जी का अध्ययन कर सकते हैं, और अपने जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं।
नीचे दिए गए लिंक से आप गणेश आरती का हिंदी PDF (Ganesh Aarti Lyrics in Hindi PDF) डाउनलोड कर सकते हैं।
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Ganesh Aarti Benefits (गणेश आरती के फायदे)
जो भी मनुष्य गणेश जी की प्रतिदिन पूजा आराधना करता है, उसको धन और समृद्धि की प्राप्ति अवश्य होती है। और तो और उनकी पूजा करने से भाग्योदय होता है, एवं आरोग्य जीवन की प्राप्ति होती है। इसी कारण से उनको सुखकर्ता भी कहा जाता है, क्यूंकि वे अपने भक्तों के जीवन को सुख से भर देते हैं।
और जैसा कि आप जानते हैं, कि गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है क्यूंकि वे अपने भक्तों के दुःख, कष्ट और पीड़ा को भी हर लेते हैं, और आपको हर विपत्ति से बचाते हैं।
इसी के साथ हमारा आज का लेख समाप्त होता है। आशा करते हैं कि आपको यह पसंद आया होगा, और गणेश आरती के PDF (Ganesh Ji ki Aarti PDF) से आप रोज़ाना गणेश जी की पूजा करेंगे।
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