दीपावली को लोग बहुत ही हर्षोउल्लास के साथ मनाते है। बड़ों से लेकर बच्चों तक को इस पर्व का इन्तजार रहता है। क्योंकि इस दिन तरह तरह के पकवान खाने को मिलते ही है साथ ही शानदार आतिशबाजी भी की जाती है।
इस लेख में हम बता रहे है कि वर्ष 2022 (deepawali 2022) में दीपावली कब आ रही है ? साथ ही यह भी जानते है कि पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है ? तो चलिए जानकारी लेते है ” 2022 में दिवाली कब है (Deepawali 2022)” ?
दिवाली 2022 (Deepawali 2022)
2022 में दीपावली कब है ? यह जानने से पूर्व हम दिवाली के विषय में कुछ महवत्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेते है।
- प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को यह त्यौहार मनाया जाता है।
- दिवाली हिन्दू धर्म के प्रमुख पर्वो में से एक है। परन्तु इस पर्व को अन्य समुदायों के द्वारा भी मनाया जाता है। जैन धर्म में इस पर्व को महावीर जी के मोक्ष दिवस के लिए मनाते है।
- दिवाली को दीप उत्सव भी कहते है क्यूंकि इस दिन प्रत्येक घर में दीप के द्वारा रौशनी की जाती है। पूरा देश इस दिन दीपो की रौशनी से जगमगा उठता है।
- इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी के पूजन का विशेष महत्त्व रहता है।
- भगवान राम जी इस दिन ही 14 वर्षों का वनवास पूर्ण करके अयोध्या लौटे थे। उनके आने की ख़ुशी में सम्पूर्ण अयोध्या में घी के दीपक से रोशनी की गयी थी तभी से इस त्यौहार को हर वर्ष मनाया जाता है।
- दिवाली पांचदिवसीय पर्व होता है जो कि धनतेरह से शुरू होकर भाई दोज के दिन समाप्त होता है।
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2022 में दिवाली कब है (Dipawali 2022)
२०२२ में दिवाली कब है (2022 me diwali kab hai) इस बात की जिज्ञासा रहती है। तो आपको बता दे कि इस वर्ष दीपावली डेट (diwali 2022) 24 अक्टूबर सोमवार के दिन की है।
दिवाली पूजन सामग्री (Diwali Puja Samagri)
दीपावली कब है २०२२ (2022 me diwali kab hai) में यह आपको पता चल गया है। चलिए अब जानते है कि दिवाली पूजन सामग्री (diwali pujan samagri ) क्या क्या चाहिए होगी।
दिवाली पूजन (diwali poojan) के लिए कुछ आवश्यक सामग्री की जरुरत रहती है। जिससे आप पूर्ण विधि विधान से लक्ष्मी पूजन संपन्न कर सकते है।
लक्ष्मी पूजन की आवश्यक सामग्री
लक्ष्मी पूजन की आवश्यक सामग्री | |||||
माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा | अशोक या फिर आम के पत्ते | मिटटी के दीपक और पीतल का दीपक (एक बड़ा मिटटी का दीपक ) | भगवान के लिए चौकी | कमल गट्टे की माला | चांदी का सिक्का |
नारियल | अक्षत (चावल) | शहद | सिंदूर- चन्दन | कलश | आसन |
सुपारी | दीप | दही | गंगाजल | शंख | प्रसाद |
रोली | रूई | पंचामृत | फूल -फल | दूर्वा | |
कुमकुम | धूप | कलावा | कलावा | लाल वस्त्र | |
हल्दी | कपूर | जौ -गेहूं | खील-बताशे | थाली |
दिवाली पूजा विधि (Diwali Puja Vidhi)
चलिए अब जानते है। दिवाली की पूजा विधि (diwali poojan vidhi) क्या है ?
पूजन विधि
- पूजन के लिए सर्व प्रथम स्नान करके साफ वस्त्र धारण कर ले। फिर मंदिर में दीपक जलाये। लक्ष्मी पूजा शाम के समय की जाती है इसलिए संध्या काल में घर को साफ सुथरा कर ले और गंगाजल का छिड़काव कर ले।
- इसके बाद चौकी को रखे उस पर लाल वस्त्र को बिछा ले। लाल वस्त्र के ऊपर एक मुट्ठी गेहूँ रखे उसके ऊपर जल से भरा हुआ कलश रख दे। कलश के भीतर फूल, अक्षत, सुपारी और सिक्का डाल दे।
- इसके बाद कलश के ऊपर अशोक या आम के पांच पत्ते लगाए। कलश को एक छोटी प्लेट या मिट्टी के दीपक से ढक दे। उसके ऊपर चावल रखे।
- फिर लाल वस्त्र पर ही हल्दी से एक चौक का निर्माण करे और उस पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी को विराजित कर ले। इस बात का ध्यान रखे की गणेश जी की प्रतिमा माता लक्ष्मी के दाहिने ओर हो।
- इतना करने के बाद पूजा की थाली तैयार कर ले। थाली में कुमकुम, हल्दी, अक्षत रखे। साथ ही एक दीपक को प्रज्वलित करें।
- अब पूजा आरम्भ करने के लिए सबसे पहले कलश पर तिलक करे। फिर अपने हांथो में चावल और पुष्प लेकर लक्ष्मी जी का ध्यान करे। फिर इसे प्रतिमा पर अर्पित कर दे।
- फिर माता लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमा को एक अलग थाली में रखे और गंगा जल, दूध, दही, तुलसी आदि से स्नान कराये। स्नान कराने के पश्चात् उन्हें स्वच्छ कपडे से पोछ कर पुनः उसी स्थान पर विराजित कर दे। फिर उन्हें पुष्प माला पहनाये और हल्दी, कुमकुम आदि से तिलक करे।
- प्रतिमा के समक्ष खील बतासे, पैसे, स्वर्ण आभूषण, फल फूल, मिष्टान आदि रख दे। इसके बाद कथा सुने और माता लक्ष्मी की आरती करे।
दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त (Diwali Pujan Ka Shubh Muhurt)
” 2022 में दिवाली कब है (Deepawali 2022)” यह जानने के बाद चलिए अब जानते है कि पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है ?
इस दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है। ताकि माता लक्ष्मी की कृपा से सदैव बनी रहे और समस्त लोग सुख समृद्धि से संपन्न रहे।
दिवाली पूजन मुहूर्त
तिथि | समय |
अमावस्या तिथि आरम्भ | 24 अक्टूबर को 06:03 बजे से |
अमावस्या तिथि समाप्त | 24 अक्टूबर को 02:44 बजे |
निशिता काल आरम्भ और समाप्त |
11बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक (24 अक्टूबर)
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सिंह लग्न आरम्भ और समाप्त |
12 बजकर 39 मिनट से 2 बजकर 44 मिनट तक (24 अक्टूबर)
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लक्ष्मी पूजन समय |
शाम 06 बजकर 54 मिनट से आरम्भ होकर रात्रि 08 बजकर 16 मिनट तक
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शुभ मुहूर्त अवधि | 1 घंटे 21 मिनट |
प्रदोष काल |
05 बजकर 43 मिनट से 08 बजकर 16 मिनट तक
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वृषभ काल |
06 बजकर 54 मिनट से 08 बजकर 50 मिनट तक
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नोट – लक्ष्मी जी वहां निवास करती है जहाँ पर स्वछता रहती है इसलिए दिवाली के लिए कुछ दिन पूर्व से ही सफाई की तैयारियां शुरू हो जाती है। आप भी दिवाली पूजन से पहले घर की अच्छे से साफ सफाई कर ले। ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मी जी दिवाली की रात्रि में पृथ्वी पर विचरण करती है। इसलिए जिस भी भक्त के घर में साफ सफाई रहती है लक्ष्मी जी उस घर में वास करती है।
उपरोक्त लेख में अपने जाना कि ” 2022 में दीवाली कब है (Deepawali 2022)”। आप भी विधि विधान से दिवाली पूजन करिये। अपने परिवार के साथ हर्षोउल्लास से दिवाली मनाये। आपको और आपके परिवार को दीवाली की हार्दिक शुभ कामनाये।
Frequently Asked Questions
Question 1: ” 2022 में दिवाली कब है (Deepawali 2022)” ?
2022 में दिवाली 24 अक्टूबर को है।
Question 2: दिवाली (Deepawali 2022) के दिन क्या क्या किया जाता है ?
दिवाली के दिन घर की अच्छे से साफ सफाई करके शाम के समय घर को दीपक से सजाया जाता है। उसके बाद माता लक्ष्मी और गणेजी जी की पूजा की जाती है। साथ ही आतिशबाजी भी की जाती है।
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