योग का प्रमुख हिस्सा है ब्रह्मचर्य योग। इसका सरल अर्थ है सरल जीवन जीना। ब्रह्मचर्य वर्णाश्रम, वैदिक धर्म का पहला आश्रम भी है। इसका अर्थ विद्या अर्जित करना, भगवान में मन लगाना और अच्छे विचारों को मन में लाना और बनाए रखना।
ब्रह्मचर्य में इतनी शक्ति है कि व्यक्ति इससे अपने आप को पा लेता है और उसे असाधारण ज्ञान भी प्राप्त होता है। सालों पहले हमारे ऋषि मुनि ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए तप करते थे जिसके फलस्वरूप वो एक लम्बी आयु जीते थे और सेहतमंद जीवन जीते हुए सर्वसुख प्राप्त करते थे। उनके सुखी जीवन को देखकर ये बात साबित होती है कि ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) बहुत सारे और मूल्यवान हैं। आज हम इस पोस्ट में ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है जो आपके बहुत काम आएगी, इसलिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।
ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) क्या है वो जानने से पहले ये जानना ज़रुरी है कि ब्रह्मचर्य क्या है, इसके नियम क्या हैं, ब्रह्मचर्य का पालन कैसे करे और ब्रह्मचर्य के नियम क्या हैं?
ब्रह्मचर्य क्या है?
ब्रह्मचर्य वो अवस्था है जिसमे व्यक्ति का दिल और दिमाग ईश्वर भक्ति में लीन रहता है। जिस व्यक्ति का अपनी सभी इन्द्रियों पर सम्पूर्ण रूप से कण्ट्रोल है वही ब्रह्मचर्य का सही तरीके से पालन कर रहा है। इसका पालन करने वालो के लिए भौतिक सुख सुविधा और सम्भोग मायने नही रखता। मायने रखता है ईश्वर में उनका ध्यान और आत्मसंतुष्टि। ऐसे व्यक्ति दूसरी स्त्रियों को गलत नजर से नही देखते हैं। जो सत्य को जान ले और वेदों का अध्ययन करे वो ब्रह्मचारी है।
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ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya Ke Fayde)
- ब्रह्मचर्य करने वालो की सोच अच्छी और पवित्र होती है क्योंकि उनका उनकी इन्द्रियों पर पूर्ण नियंत्रण होता है।
- ब्रह्मचर्य से व्यक्ति के सांस लेने की प्रक्रिया सुधरती है।
- व्यक्ति का अपने मन और अपने भावो पर पूर्ण नियंत्रण होगा।
- व्यक्ति मानसिक रूप से सुद्र्ड होगा।
- व्यक्ति अपने आपको पहले के मुकाबले अच्छे से प्रस्तुत करना और व्यक्त करना सीख जाता है।
- ब्रह्मचर्य से व्यक्ति की एकाग्रता और याददाश्त बढती है।
- ऐसा व्यक्ति तनाव भरे माहौल में भी संयम के साथ काम कर पाते है।
- ब्रह्मचर्य का पालन करने वालो के अन्दर ऊर्जा बनी रहती है।
- वो तनाव मुक्त रहते हैं।
- उनमें लोगो से अच्छे से बात करने की समझ और कुशलता आ जाती है।
- ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले जो भी काम करना शुरू करते हैं वो खत्म करने के बाद ही छोड़ते हैं।
- ब्रह्मचर्य से व्यक्ति का आत्मविश्वास पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ जाता है।
- समाज में लोगो से जुड़ने और बात करने का डर खत्म हो जाता है।
- व्यक्ति अपने काम पर ज्यादा ध्यान लगा पाता है।
- उसे छोटी छोटी सी चीज भी ख़ुशी देती है।
- अपने दिल और अपने मन को कण्ट्रोल करना सीख जाते हैं।
- व्यक्ति को अपने जीवन में मज़ा आने लगता है।
- वो स्वयं की नज़रों में ऊपर उठता है।
- व्यक्ति टाइम मैनेजमेंट सीख जाता है इसलिए उसे ज्यादा फ्री टाइम मिलने लगता है।
ब्रह्मचर्य के कुछ अन्य फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde)
- ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले लोगो को अपने आप को तरोताजा करने के लिए ज्यादा नींद की जरुरत नही पड़ती।
- पहले के मुकाबले उनके पास ज्यादा धन जमा होने लगता है क्योंकि वो अपना काम कुशलता से बिना समय बर्बाद किए करते हैं और साथ ही फालतू की बातों और चीजों में पैसा खर्च नही करते।
- ऐसे व्यक्तियों में कुछ नया सीखने और करने का जोश होता है।
- ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) के चलते व्यक्ति विनम्र और सहिष्णु हो जाता है।
- ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) व्यक्ति को मददगार भी बना देते हैं। ऐसे लोग हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते है।
- ब्रह्मचर्य पालन करने वाले अपने आप को जवान और सुंदर बनाए रखते हैं। पहले ज़माने के लोग गृहस्थ आश्रम में रहकर भी ब्रह्मचर्य का कड़ाई से पालन करते थे और आज के मुकाबले उम्र बढ़ने पर भी जवान और ताकतवर बने रहते थे। इस ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) से आज भी कई लोग अनजान हैं।
- ब्रह्मचर्य का पालन करने वालो की उम्र लम्बी होती है और उनमें बाकी लोगो के मुकाबले ज्यादा ताकत होती है। ऐसे व्यक्ति बीमारियों से भी बचे रहते हैं क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता दुरुस्त होती है। उन्हें मौसमी बीमारियाँ नही होती हैं। ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) आपके जीवन को लम्बा और सुखमय बनाने में सक्षम हैं।
- ऐसे लोग अपने प्रोफेशन में बहुत अच्छे होते हैं क्योंकि वो अपने प्रोफेशन के नियमो का सख्ती से पालन करते हैं और खुश होकर शिद्दत से अपना काम करते हैं। उनका काम इतना प्रभावी होता है कि वो अपने फील्ड में बहुत उन्नति करते हैं। ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) में ये फायदा बड़ा ही महत्वपूर्ण है।
- ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) की लिस्ट में एक फायदा यह भी है कि ब्रह्मचर्य का सख्ती से पालन करने वाले मानसिक रूप से बहुत सुदृढ़ होते हैं। उनमें बिना डरे काम करने का आत्मविश्वास होता है। अवसाद, निराशा और नकारात्मकता इनसे कोसो दूर होती है।
- ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) उन्हें निजी और सामाजिक रूप से उन्नत बना देते हैं क्योंकि ब्रह्मचर्य से उनका व्यक्तित्व प्रभावी और सरल हो जाता है। उनमें जलन, गुस्सा और ईर्ष्या के भाव नही होते हैं और सबके साथ प्रेम से रहते हैं।
- ऐसे लोग अपराध और अश्लीलता से दूर रहते हैं और इसका विरोध करते हैं।
- ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) उन्हें पहले से ज्यादा कुशल और आध्यात्मिक बना देते हैं क्योंकि उनमें आत्मसुधार करने की कुशलता आ जाती है।
- ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले बिना झिझक बातचीत कर सकते हैं क्योंकि उनके हर विषय में विचार बहुत साफ और अच्छे होते हैं। उनके दिमाग में कोई कन्फ्यूशन नही होता है।
- ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) में खुद पर काबू पा लेना का फायदा भी शामिल है। व्यक्ति इतना सशक्त हो जाता है कि वो विरोधी परिस्थितियों में भी अपने आप पर आसानी से काबू रख पाते हैं।
ब्रह्मचर्य का पालन कैसे करें
- ब्रह्मचारी का पालन करने वालो को सिनेमा का त्याग करना चाहिए क्योंकि आजकल के सिनेमा में अश्लीलता और भड़कऊ चीजे दिखाई जाती हैं।
- हमेशा सात्विक भोजन करे और सडा हुआ, तेज मसालेदार, नॉन वेज आदि गरिष्ट भोजन न करे। हमेशा ईमानदारी से कमाए पैसे से ख़रीदा हुआ भोजन खाए।
- रोज़ योग और प्राणायाम करने की आदत डाले। सुबह साफ़ और शुद्ध वातावरण में और शांत वातावरण में एक्सरसाइज करे।
- रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी ब्रह्म मुहूर्त में उठने की आदत डाले और रात को हाथ पैर धोकर साफ़ कपड़े पहनकर सोए। सोने से पहले और उठने के बाद ईश्वर का स्मरण करे।
- हमेशा साफ़ सुथरे और हल्के कपड़े पहने।
- नित्य क्रिया से निपटने के बाद अपने हाथों और पैरो को ज़रुर साफ़ करे।
- दिनभर का कुछ समय सत्संग और भक्ति के लिए निकाले। सत्संग आपको ईश्वर के करीब ले जाएगा और आपका मन कामुकता की और नही जाएगा। गुरु के उपदेश आपको जीवन में अच्छी बातें सिखाएगे जो आपको ब्रह्मचर्य का पालन करने में मदद करेंगे।
- ब्रह्मचर्य का पालन करना सीखने में गुरु बहुत मदद कर सकते है और आप उनके बताए नियमों और संस्कारो पर चलकर सख़्ती से अपने ब्रह्मचर्य का पालन कर सकते है।
- हमेशा अच्छे और ब्रह्मचर्य का पालन करने वालो की संगत में रहे। दुष्ट लोगो से दूर रहे क्योंकि उनके गलत विचार आप पर बुरा असर डाल सकते है।
- अच्छी धार्मिक पुस्तकें पढ़ा करे जैसे रामायण, महाभारत, गीता, पुराण आदि।
- सुबह शाम ईश्वर की पूजा में मन और उनका मन्त्र जाप करे, इससे मन एकाग्र होगा। उनसे प्रार्थना करे कि वो आपका मन भटकने न दे और ब्रह्मचर्य का पालन करने में आपकी मदद करे।
- अपने मन को मजबूत करे और ये मान ले की काम वासना से आपको सुख नही मिलेगा। जब आप इस धारणा को मन में जगह दे देंगे तो तब आप अच्छी तरह और तन्मन्यता से ब्रह्मचर्य का पालन कर पाएँगे।
- जब भी किसी चीज को देखकर आपका मन भटकने लगे तो मन को तुरंत समझा दें कि आपके सामने जो है वो बस एक हाड मॉस का पुतला है।
- जिनसे आपको आकर्षण हो सकता है उनसे दूर रहे। ध्यान करे और अपने मन को अच्छी और भक्तिमय चीज़ो पर लगाने का प्रयत्न करे। रोज़ अगर ये प्रयास करेंगे तो आप पूरी तरह से अपने मन पर काबू कर पाएंगे।
- हफ्ते में एक बार सख़्ती से उपवास ज़रुर करे क्योंकि उपवास हमे अपने आप पर कण्ट्रोल करना सिखाता है,साथ ही संकल्प शक्ति को स्ट्रोंग करना सिखाता है।
ब्रह्मचर्य के नियम (Brahmacharya Ke Niyam)
- हमेशा हल्का फुल्का सात्विक भोजन करें।
- दिन में कुछ समय मौन अर्थात चुप रहने की कोशिश करें।
- बिना वजह फालतू की बातें न करें।
- दूसरों की बुराइयाँ करना और गलतियाँ गिनाना बंद करें।
- जो भी काम करें उसे पूरे होशोहवास और एकाग्र होकर करें।
- कुछ समय प्रकृति में बिताए और अपने आस पास के खूबसूरत प्राकर्तिक को अपने अन्दर आत्मसात कर ले।
- दुष्ट और दुराचारी लोगों से दूर रहे।
- ईश्वर पर पूरा भरोसा करें।
- मन में हमेशा अच्छे विचारों को जगह दें।
ब्रह्मचर्य के फ़ायदे (Brahmacharya ke Fayde) जानकर आप भी इसे अपनाने का विचार करने की सोच रहे होंगे। आपको धर्म और ईश्वर के करीब लाने में हमारा paavan app आपकी मदद करेगा।
Frequently Asked Questions
Question 1: ब्रह्मचर्य क्या है?
ब्रह्मचर्य वो अवस्था है जिसमे व्यक्ति का दिल और दिमाग ईश्वर भक्ति में लीन रहता है।
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