64 योगिनी माँ काली के अवतार है। इन “64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” की आराधना करने से समस्त देवियों की पूजा अर्चना पूर्ण हो जाती है। 64 योगिनी अलौकिक शक्ति से सम्पन्न है। नवरात्र में इनकी साधना करना विशेष लाभकारी होता है।
आप भी 64 योगिनी की आराधना कर इक्छित वर प्राप्त कर सकते है। इस लेख में हम “64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे है। जिनके माध्यम से आप इन देवियों को जान सकते है।
64 योगिनी की कथा (64 yogini story)
“64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” जानने से पूर्व यह जान लेते है कि इनकी उत्पति कैसे हुयी।
पौराणिक कथाओं में 64 योगिनी के विषय में कोई स्पष्ट कथा नहीं है। कुछ कथाओं में बताया गया है कि यह 64 योगिनी भगवान कृष्ण की नासिका से प्रकट हुयी है। इनकी संख्या के विषय में यह तथ्य है कि नारी और पुरुष दोनों ही एक दूसरे के बिना अधूरे है। एक पुरुष 32 कलाओं से युक्त होता है ठीक उसी प्रकार एक स्त्री भी 32 कलाओं से युक्त होती है और इन दोनों को मिलकर ही 64 कलाओं का जन्म होता है। इसलिए दोनों ही पूर्ण कलाओं से युक्त है इस कारण इनके मिलान से ये 64 योगिनी उत्पन्न हुयी है।
अन्य कथा
स्कन्द पुराण के काशी खंड पूर्वार्ध में 64 योगिनी के विषय में यह कथा है कि एक समय काशी के राजा देवोदास थे। उस दौरान भगवान शंकर काशी को प्राप्त करने की कामना करते है। परन्तु राजा देवोदास धर्म अनुसार अपनी प्रजा का संरक्षण करते थे। उनसे किसी भी प्रकार का कोई अपराध नहीं होता था। यह देखकर शिव जी ने अन्य देवताओं से मदद मांगी। तब समस्त देवों ने राजा देवोदास में कोई भी दोष को ढूढ़ने का बहुत प्रयन्त किया,परन्तु वह सभी असफल रहे।
देवताओं ने राजा के कार्यो को असफल बनाने के लिए कई विध्न भी उत्पन्न किये परन्तु राजा ने घोर तप करते हुए उन विध्नों से मुक्ति पा ली। यह देख कर शिव जी ने मन्द्राचल पर्वत से 64 योगिनियों को राजा देवोदास में दोष ढूंढने के लिए भेजा। यह 64 योगिनी अलग अलग भेष धारण कर काशी पहुंची और अपने अपने कार्यों में लग गयी। 12 महीने होने तक भी उन्हें राजा में कोई दोष नहीं मिल सका। ये योगिनी वापस मन्द्राचल भी नहीं गयी और उन्होंने कभी भी काशी को नहीं छोड़ा। कहा जाता है वह काशी में ही निवास करती है। परन्तु 64 योगिनी तीनों लोकों में विचरण करती रहती है।
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64 योगिनी मंदिर (64 yogini mandir)
64 योगिनी के पास तांत्रिक और योगिक शक्तियाँ है। योगिनियों की पूजा को तंत्र पूजा कहते हैं। इनकी आराधना के लिए मंदिर है। “64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” जानने से पहले उनके मंदिर के बारे ने जानते है। 64 योगिनी नाम (64 yogini name) के कई मंदिर भारत में है। जो इस प्रकार है।
64 योगिनी मंदिर मुरैना
“64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” में एक मंदिर मुरैना का है। ग्वालियर से 40 किलोमीटर दूर मुरैना जिले के पडावली के समीप मितावली गाँव में 64 योगिनी मंदिर स्थित है। 1323 ईस्वी पूर्व कच्छप राजा देवपाल ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। इस मंदिर को “एकत्तार्सो महादेव मंदिर” के नाम से भी जानते है। इसका आकार गोलाकार है। इसके प्रत्येक कक्ष में एक शिवलिंग स्थापित है। गोलाकार मंदिरों में से यह एक है।
Address : C6PP+P3H, Mitaoli, Madhya Pradesh 476444
Visiting Hours : 06:00 AM To 07:00 PM
64 योगिनी मंदिर खजुराहो
वर्त्तमान समय में यह मंदिर खंडित हो चुका है। खजुराहो का यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसका आकार आयताकार है। 64 योगिनी का यह मंदिर शिवसागर झील के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण कणाश्म पत्थरों से किया गया है।
Address : RWX9+R72, Sevagram, Khajuraho, Madhya Pradesh 471606
64 योगिनी मंदिर रानीपुर झारल उड़ीसा
“64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” में एक मंदिर उड़ीसा का भी है। 9वीं या फिर 10वीं शताब्दी में इस 64 योगिनी मंदिर का निर्माण किया गया था। यह मंदिर उड़ीसा के बलांगीर जिले में है। यह मंदिर बलुआ पत्थर से निर्मित है।
64 योगिनी मंदिर हीरापुर उड़ीसा
चौसठ योगिनी (64 yogini) मंदिर उड़ीसा के हीरापुर में स्थित है। इस मंदिर को “महामाया मन्दिर” के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का आकार गोलाकार है साथ ही यह छोटा भी है। बलुआ पत्थरों से इस मंदिर का निर्माण किया गया है। इसके केंद्र में माँ काली की प्रतिमा स्थापित है।
Address: Balianta, Hirapur, Odisha 752100
Visiting Hours :06:00 AM To 07:00 PM
आपको बता दे कि “64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” मंदिर भारत में 11 है। जिनमे से 5 मध्य प्रदेश में, 2 ओडिशा में, 3 उत्तर प्रदेश में तथा 1 तमिलनाडु में स्थित है।
64 योगिनी नाम (64 yogini name)
64 yogini name list निम्न हैं।
64 yogini name list | |||
बहुरूप(Bahurupa) | तारा (Tara) | नर्मदा (Narmada) | यमुना (Yamuna) |
वाराही(Varahi) | रणवीरा(Ranveera) | वानर-मुखी(Vanar-mukhi) | वैष्णवी(Vaishnavi) |
छिन्नमस्तिका(Chhinnamastika) | वृषवाहन(Vrisvahana) | ज्वाला कामिनी(Jwala Kamini) | घटवार(Ghatwar) |
भलुका(Bhaluka) | नारसिंही(Narasimhi) | बिरजा(Birja) | विकतांना(Viktana) |
करकरी(Karkari) | सर्पश्या(Sarpashya) | यक्षिणी(Yakshini) | विनायकी(Vinayaki) |
कामिनी(Kamini) | घटाबरी(Ghatabri) | स्तुती(Stuti) | काली(Kali) |
ज्वाला मुखी(Jwala Mukhi) | आग्नेयी(Agnei) | अदिति(Aditi) | चन्द्रकान्ति(Chandrakanti) |
धूमावती(Dhumavati) | गांधार(Gandhara) | सर्व मंगला(Sarva Mangala) | अजिता(Ajita) |
ऐन्द्री(Aindri) | बेतली(Betli) | कौवेरी(Kauveri) | रति(Rati) |
भद्रकाली(Bhadrakali) | क्षेमंकरी(Kshemankari) | चर्चिका(Churchika) | बिरूपा(Birupa) |
समुद्र(Samudra) | मूरति(Murti) | अघोर(Aghor) | गंगा(Ganga) |
वारुणी (Varuni) | वैद्यरूपा(Vaidyarupa) | सरस्वती(Saraswati) | वीर कुमारी(Veer Kumari) |
चामुण्डा(Chamunda) | वायु वीणा(Vayu Veena) | ब्रह्मिनी(Brahmani) | माहेश्वरी(Maheshwari) |
शांति (Shanti) | कालरात्रि(Kalratri) | कराकाली(Karakali) | महालक्ष्मी(Mahalakshmi) |
विंध्यवासिनी(Vindhyavasini) | उमा(Uma) | वायुवेगा(Vayuvega) | सूर्यपुत्री(Suryaputri) |
अम्बिका(Ambika) | महामाया(Mahamaya) | कौमारी( Kaumari) | नारायणी(Narayani) |
उपरोक्त “64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” अलौकिक शक्तियों से समृद्ध है। इनकी कृपा होने पर यह साधक की हर मनोकाना को पूर्ण करती है। जादू , वशीकरण अत्यादि तंत्र क्रिया भी इनके माध्यम से संपन्न की जाती है।
Frequently Asked Questions
Question 1: 64 योगिनी कौन है ?
64 योगिनी माँ काली की अवतार स्वरुप है। इन्हे आदि शक्ति के नाम से भी जाना जाता है।
Question 2 : “64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” मंदिर कहाँ कहाँ है ?
“64 योगिनी नाम (64 yogini names in hindi)” मंदिर का उल्लेख मुरैना, खुजराहो, जबलपुर, रानीपुर और उड़ीसा में मिलता है।
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