दोस्तों आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में व्यक्ति शरीरिक और मानसिक दोनों रूप से बहुत थका हुआ और बेचैन रहता है। उसके जीवन में इतना तनाव होता है कि वो उम्र से पहले ही काम और तनाव के बोझ तले दबने लगता है और कई बीमारियों का शिकार होने लगता है। ऐसे में यदि कोई उनकी मदद कर सकता है तो वो है योग।हमारा मिशन की लोगो को सरल भाषा में सिखाये इसलिए हमने 5 Yoga Benefits in Hindi में लाये है।
योग एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति को न सिर्फ शारीरिक पीढ़ा और तनाव से बचाएगा बल्कि मानसिक रूप से इतना सुदृढ़ बना देगा कि जो काम व्यक्ति पहले एक घंटे में ख़तम कर पाता था वो उसे कुछ मिनटों में ही वो काम कर देगा वो भी कुशलता के साथ। इतना ही नही पूरा दिन काम करने पर भी वो अपने अन्दर तरोताजगी महसूस करेगा जिससे उसका मन भी प्रसन्न रहेगा। Yoga benefits in hindi में हम आपको योग से होने वाले अनेको फायदों के बारे में जानेगे।
योग भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। सालो पहले हमारे ऋषि मुनि योग किया करते थे और वो योग की बदोलत स्वस्थ रहते थे, उनकी ज्यादा उम्र होती थी और वो वर्तमान के व्यक्तियों से कई ज्यादा कार्य आसानी से कर पाते थे। योग उन्हें हर मौसम में तंदुरस्त बनाए रखता था। योग के लाभों के बारे में पहले सिर्फ भारतीय लोगो को पता था लेकिन आज भारत की ये योग कला पूरी दुनियां को प्रभावित करती है। ऐसा कहा जा सकता है कि भारतीयों से भी ज्यादा विदेशी लोग योग को अपना रहे है और उससे मिलने वाले लाभों से स्वस्थ जीवन जी रहे है।
योग क्या है?
योग की सही परिभाषा है जीवन जीने के सही तरीके का ज्ञान, जिसका हमारे दैनिक जीवन में इस्तेमाल किया जाना बेहद आवश्यक है। योग इतना प्रभावकारी है कि ये हमारे सिर्फ हमारे शारीरिक लाभ ही नही बल्कि आध्यात्मिक, भावनात्मक, मानसिक और आत्मिक लाभ भी देता है। कह सकते हैं योग अपने आप में एक पूरा विज्ञान है जो हमारे मन, शरीर और आत्मा को एक करता है। योग शब्द बना है यूज संस्कृत शब्द से जिसका अर्थ है जुड़ना।
नियमित योग अभ्यास पहले हमारे शरीर को संतुलित करता है, अंदरूनी अंगो का तंदुरुस्त रखता है और मानसिक तनाव को कम करके व्यक्ति के जीवन को भी संतुलित करता है। योग आज से नही बल्कि सालो से भारतीय संस्कृति और भारतीय इतिहास का अंग रहा है। योग हमारे ऋषि मुनियों के जीवन का एक अभिन्न अंग हुआ करता था। उनके द्वारा सिखाए गए योग और उसे होने वाले लाभो की जानकारी वर्तमान में सही और सटीक साबित हो रही है। उन्होंने जो भी yoga benefits in hindi बताए वो सभी सही साबित हुए।
योग के फायदे | yoga Benefits in Hindi
हमे yoga benefits in hindi जरुर पता होने चाहिए। जो व्यक्ति योग को नियमित रूप से अपने जीवन में अपनाता है yoga ke labh पहुंचते हैं जैसे-
- योग व्यक्ति के शरीर को लचीलापन देता है।
- योग से व्यक्ति के पोस्चर यानि आसन को सुधरता है। Yoga benefits in hindi आपके उठने और बैठने का तरीका सुधरेगा।
- व्यक्ति की मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
- योग रीढ़ की हड्डी की सुरक्षा करता है।
- योग नियमित करने से व्यक्ति के शरीर के जोड़ मजबूत बने रहते है। Yoga benefits in hindi आपको पता होने चाहिए जिससे आपको शरीर को फिट रखने में मदद करेगा।
अगर विस्तार से योग से होने वाले फायदों के बारे में बाते करे तो ये एक बहुत बड़ा विषय है। योग मुनि कहते हैं योग से शरीर में रक्त प्रवाह बड़ता है। व्यक्ति की हड्डियाँ पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत हो जाती है। योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। Yoga benefits in hindi आपको जरुर प्रेरित करेगा। ह्रदय सम्बंधित रोग नही होते, क्योकि प्राणायाम ह्रदय को तंदुरुस्त बनाए रखता है।व्यक्ति का ब्लड प्रेशर यानी रक्तचाप कण्ट्रोल में रहता है।
योग करने से मानसिक तनाव दूर होता है जिससे व्यक्ति का मन प्रसन्न और शांत रहता है।योग से जीवन शैली सुधरती है।योग करने से ब्लड शुगर जैसी बीमारी से व्यक्ति बचा रहता है और अगर जिसे पहले से मधुमेह होता है और वो योग करना शुरू करता है उसका ब्लड शुगर लेवल कण्ट्रोल में रहता है। Yoga benefits in hindi पढ़ने के बाद yog ke labh प्राप्त होंगे जो आपको मधुमेह नही होने देगा। योग से यादाश्त तेज होती है और कंसंट्रेशन बहुत अच्छा हो जाता है।
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योग से सिर्फ मानसिक तनाव ही नही बल्कि शरीर के अंगो में रोजमर्रा के काम से होने वाले तनाव को भी कम करता है। योग करने वाले का पाचन तुरुस्त रहता है और पाचन दुरुस्त तो अधिकतर बीमारियाँ दूर रहती है। योग से नीद न आने की बीमारी भी दूर भाग जाती है, क्योकि नीद न आने का मुख्य कारण होता है मानसिक तनाव और शरीरिक पीडा और योग दोनों ही कारणों को दूर कर देता है।
योग से मानसिक शांति सिर्फ कुछ देर के लिए नही बल्कि हमेशा के लिए बनी रहती है। Yoga benefits in hindi आपको मानसिक शांति पाने में मदद करेगा। योग से कई बीमारियाँ दूर हो जाती है, बस जरूरी है नियमित रूप से और सही तरीके से योग करना। योग करने वाले व्यक्ति में फुर्ती बनी रहती है और वो दिन भर काम करने पर भी थकान महसूस नही करते।कई बार तो ऐसा होता है जो बीमारियाँ दवाइयों से ठीक नही हो पाती उसे योग ठीक कर देता है। योग करने से व्यक्ति पूरा दिन तरोताजा महसूस करता है।
Yoga benefits in hindi आपको योग करने के लिए जरुर प्रेरित करेंगे।
योग के प्रकार
Yoga ke labh के बारे में जानने के बाद हम योग के प्रकार के बारे में जाएंगे।
योग कई प्रकार के होते हैं जैसे-
- अष्टांग योग – अष्टांग योग का अर्थ है 8 अंग जो है यम,नियम, प्राणायाम, आसान, धारणा, प्रत्याहार,ध्यान और समाधि। प्राचीन काम में ऋषि मुनि इन सभी आठ अंगो को को करते थे लेकिन वर्तमान समय में प्राणायाम, आसान और ध्यान ज्यादा किया जाता है।
- विक्रम योग – वर्तमान में इस योग को हॉट योग के नाम से पहचाना जाता है। इस तरह का योग कृतिम रूप से गर्म किए गए कमरे में किया जाता है। इस कमरे का तापमान 105 डिग्री के आस पास होता है और इसमें करीबन 40% आद्रता होती है। विक्रम योग में कुल 26 तरह के पोज़ होते हैं और इसमें साँस लेने के दो व्यायाम भी शामिल हैं।
- हठ योग- हठ योग का अर्थ है योग की किर्याओ जैसे प्राणायाम, आसन, मुद्राओं आदि के सही और नियमित अभ्यास से शरीर को संतुलित बनाए रखना, मन को नियंत्रित करना और विवेक और बुद्धि को स्थिर बनाए रखना।
- आयंगर योग- इस योग में प्राणायाम और आसान करने के दोनों की अवस्थाओ और मुद्राओ पर विशेष ध्यान देना अनिवार्य है। इसमे कई चीजो का इस्तेमाल होता है जैसे कुर्सी, तकिया आदि।
- जीवन मुक्ति योग- इस योग में मुख्य रूप से पोज की स्पीड पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है। कई बार ये योग शरीर रूप से तेज भी होता है।
- कृपालु योग- कृपालु योग पहले किए जाए वाले हठ योग का मॉडर्न रूप है। इसमें आसान होते हैं लेकिन उनका कोई निश्चित कर्म नही होता और इसमें साँस सम्बन्धी योग और रिलैक्स करने वाले योग शामिल हैं। इस योग से व्यक्ति अपनी संवेदनाओं के प्रति जागरूक होता है।
- कुंडलिनी योग- कुंडलिनी योग में शरीर की कुंडलियो को जागृत किया जाता है। जब व्यक्ति ध्यान के अभ्यास से कुंडलिनी जाग्रत कर लेता है तब शक्ति शरीर के सातो चक्रों को जाग्रत और क्रियाशील कर देती है। ऐसा माना जाता है जिसकी कुंडलियां जाग्रत हो जाती है उसको सिद्धि मिल जाती है।
- पावर योग- अष्टांग योग से पावर योग बना है। इसमें तेजी से योग आसनों को किया जाता है। बड़े शहरों में इसे बहुत किया जाता है। इसमें बाकि योग की तरह एक जगह पर बैठकर या खड़े होकर नही किया जाता है। इस योग को वजन कम करने और फिट रहने के लिए मेट्रो सिटीज में किया जाता है।
- शिवानन्द योग- यह योग 5 सिद्धांतों आसान, प्राणायाम, स्वाना, उचित आहार और सकारात्मक विचारो पर केन्द्रित है।
- यिन योग – इस योग में ध्यान बढाने और शांति देने वाले योग होते हैं। इसे ताओवादी योग भी कहते हैं। इसमें जोड़ो जैसे घुटने, टखने, पीठ, कुल्हे, कंधे और गर्दन को रिलैक्स करने वाले योग होते हैं।
- जन्मपूर्व योग- ये योग गर्भवती स्त्रियों द्वारा किए जाते हैं। ये डॉक्टर के परामर्श के बाद किए जाते हैं। इन आसनों से गर्भवती स्त्रियों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और ये योग गर्भावस्था के बाद उन्हें फिर से पहले जैसे आकार प्राप्त करने में मदद करता है।
- आराम योग- ये योग करने के लिए ज्यादा प्रैक्टिस की जरुरत नही पडती। व्यक्ति तकिये या कम्बल की मदद से आसानी से कुछ आराम मुद्राएं और आसान कर सकता है।
कोरना की महामारी ने योग को फिर से व्यक्ति का ये याद दिलाया है कि योग करके वो अपने आप को इस बीमारी से बचा सकते हैं और अगर किसी कारण वश हो भी जाता है तो योग की मदद से उसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। सभी आज समझ गए हैं कि योग हमारे शरीर को सिर्फ बाहर से ही नही बल्कि अन्दर से भी मजबूत बनाएगा और योग भविष्य में आने वाले बीमारियों से लड़ने के लिए हमारे शरीर को तैयार करेगा। आपको yoga benefits in hindi पता चल गए हैं अब योग को रोज करने की आदत डाले।